यमुनानगर जिला – हरियाणा

“यमुनानगर – हरियाणा का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर”

📌 स्थापना व पुराना नाम

यमुनानगर जिले की स्थापना 1979 में हुई थी। इसे पहले 'जगाधरी' के नाम से जाना जाता था और बाद में यह 'यमुनानगर' के नाम से प्रसिद्ध हुआ। यह जिला यमुनापार क्षेत्र का हिस्सा है और इसका ऐतिहासिक महत्व भी है।

📍 भौगोलिक स्थिति

यमुनानगर, हरियाणा राज्य के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित है। यह जिला यमुना नदी के किनारे स्थित है और उत्तर में उत्तर प्रदेश से सीमा साझा करता है।

📐 क्षेत्रफल व जनसंख्या

  • क्षेत्रफल: 1,768 वर्ग किमी
  • जनसंख्या (2011): 10.56 लाख
  • साक्षरता दर: 81.8%
  • लिंग अनुपात: 863 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष

🗺️ प्रशासनिक विभाजन

  • मंडल: यमुनानगर मंडल
  • तहसीलें: यमुनानगर, जगाधरी, छछरौली
  • विधानसभा क्षेत्र: यमुनानगर, जगाधरी
  • लोकसभा क्षेत्र: यमुनानगर

🕌 प्रमुख मंदिर

  • सिद्ध शाही मंदिर
  • शिव मंदिर, जगाधरी
  • माता शीतला देवी मंदिर

🏭 प्रमुख उद्योग

यमुनानगर जिला मुख्य रूप से लकड़ी के उद्योग, टाइल्स और अन्य निर्माण सामग्री के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ पर लकड़ी के उत्पादों के निर्माण के लिए कई बड़े उद्योग स्थित हैं। यह जिला देश के प्रमुख लकड़ी उद्योग केंद्रों में से एक माना जाता है।

🎓 प्रमुख शैक्षणिक संस्थान

  • यमुनानगर विश्वविद्यालय
  • गवर्नमेंट कॉलेज, यमुनानगर
  • बेवेक कॉलेज
  • शिवालिक कॉलेज

👨‍🚀 प्रसिद्ध व्यक्तित्व

  • हरियाणा के प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी
  • हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (यमुनानगर के निवासी)

📆 इतिहास की प्रमुख घटनाएँ

  • यमुनानगर जिले का ऐतिहासिक महत्व जगाधरी के नाम से जुड़ा हुआ है, जो एक प्रमुख व्यापारिक और औद्योगिक केंद्र था।

🎯 परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्न

  • प्रश्न: यमुनानगर जिले का प्रमुख उद्योग क्या है?
    उत्तर: लकड़ी उद्योग
  • प्रश्न: यमुनानगर जिले का क्षेत्रफल कितना है?
    उत्तर: 1,768 वर्ग किमी
  • प्रश्न: यमुनानगर जिले के प्रमुख मंदिर कौन से हैं?
    उत्तर: सिद्ध शाही मंदिर, शिव मंदिर