सोनीपत जिला – हरियाणा
“सोनीपत – हरियाणा का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर”
📌 स्थापना व पुराना नाम
सोनीपत जिले की स्थापना महाभारत काल के बाद हुई थी। यह जिला पहले 'सोमनाथ' के नाम से प्रसिद्ध था, जिसे बाद में 'सोनीपत' के रूप में जाना जाने लगा। सोनीपत का ऐतिहासिक महत्व बहुत पुराना है, और यह क्षेत्र हमेशा से व्यापार और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र रहा है।
📍 भौगोलिक स्थिति
सोनीपत, हरियाणा राज्य के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित है। यह जिला दिल्ली और उत्तर प्रदेश के नजदीक है, जिससे यहाँ पर व्यापारिक और सांस्कृतिक संपर्क बनाए रखने में मदद मिलती है।
📐 क्षेत्रफल व जनसंख्या
- क्षेत्रफल: 2,325 वर्ग किमी
- जनसंख्या (2011): 15.8 लाख
- साक्षरता दर: 83.4%
- लिंग अनुपात: 873 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष
🗺️ प्रशासनिक विभाजन
- मंडल: सोनीपत मंडल
- तहसीलें: सोनीपत, गोहाना, खरखौदा
- विधानसभा क्षेत्र: सोनीपत, गोहाना
- लोकसभा क्षेत्र: सोनीपत
🕌 प्रमुख मंदिर
- अंबे माता मंदिर, सोनीपत
- शिव मंदिर, गोहाना
- कृष्ण भगवान मंदिर, सोनीपत
🏭 प्रमुख उद्योग
सोनीपत का प्रमुख उद्योग वस्त्र उद्योग है। यहाँ पर कई बड़े औद्योगिक समूह हैं जो कपड़ा उद्योग, फुटवियर निर्माण, और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। सोनीपत को 'कपड़ा नगर' भी कहा जाता है।
🎓 प्रमुख शैक्षणिक संस्थान
- सोनीपत विश्वविद्यालय
- गवर्नमेंट कॉलेज, सोनीपत
- कृष्णा कॉलेज
- सिटी कॉलेज
👨🚀 प्रसिद्ध व्यक्तित्व
- विनोद कांबली – भारतीय क्रिकेटर
- कुमारी शैलजा – भारतीय राजनीतिज्ञ
📆 इतिहास की प्रमुख घटनाएँ
- सोनीपत का ऐतिहासिक महत्व महाभारत काल से है, और यह क्षेत्र हमेशा से हरियाणा की संस्कृति और व्यापार का केंद्र रहा है।
🎯 परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्न
- प्रश्न: सोनीपत जिले का प्रमुख उद्योग क्या है?
उत्तर: कपड़ा उद्योग - प्रश्न: सोनीपत जिले का क्षेत्रफल कितना है?
उत्तर: 2,325 वर्ग किमी - प्रश्न: सोनीपत जिले के प्रमुख मंदिर कौन से हैं?
उत्तर: अंबे माता मंदिर, शिव मंदिर, कृष्ण भगवान मंदिर