नूंह जिला – हरियाणा
“नूंह – ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व”
📌 स्थापना व पुराना नाम
नूंह जिला पहले मewat के नाम से जाना जाता था। इसे एक ऐतिहासिक क्षेत्र माना जाता है। यहाँ की संस्कृति और परंपराएं महत्वपूर्ण हैं। यह जिला 19वीं शताब्दी में आधिकारिक रूप से स्थापित हुआ था और इसका नाम नूंह रखा गया था।
📍 भौगोलिक स्थिति
नूंह जिला हरियाणा के दक्षिणी भाग में स्थित है। यह दिल्ली के नजदीक और उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले से जुड़ा हुआ है। यह जिला मुख्य रूप से कृषि क्षेत्र के लिए प्रसिद्ध है।
📐 क्षेत्रफल व जनसंख्या
- क्षेत्रफल: 1,040 वर्ग किमी
- जनसंख्या (2011): 1.2 लाख
- साक्षरता दर: 74.6%
- लिंग अनुपात: 882 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष
🗺️ प्रशासनिक विभाजन
- मंडल: नूंह मंडल
- तहसीलें: नूंह, फतेहपुर, सिवल
- विधानसभा क्षेत्र: नूंह, मewat
- लोकसभा क्षेत्र: नूंह
🕌 प्रमुख मंदिर
- शिव मंदिर, नूंह
- राधा कृष्ण मंदिर
- मचली देवी मंदिर
🏭 प्रमुख उद्योग
नूंह जिले में कृषि प्रमुख उद्योग है। यहाँ पर मक्का, गेहूं, चावल और तिलहन प्रमुख रूप से उगाए जाते हैं। इसके अलावा, यहाँ के कच्चे माल और प्राकृतिक संसाधन भी व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण हैं।
🎓 प्रमुख शैक्षणिक संस्थान
- गवर्नमेंट कॉलेज, नूंह
- नूंह सरकारी स्कूल
- शिवाजी कॉलेज
👨🚀 प्रसिद्ध व्यक्तित्व
- कन्हैया कुमार – राजनेता
- सुखबीर सिंह – शेर-ए-राजस्थान
📆 इतिहास की प्रमुख घटनाएँ
- नूंह का क्षेत्र मewat का हिस्सा था और इसने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भी योगदान दिया था।
- यह क्षेत्र ऐतिहासिक दृष्टि से प्रमुख युद्धों और संघर्षों का गवाह रहा है।
🎯 परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्न
- प्रश्न: नूंह जिले की स्थापना कब हुई थी?
उत्तर: 19वीं शताब्दी में - प्रश्न: नूंह जिले का प्रमुख उद्योग कौन सा है?
उत्तर: कृषि - प्रश्न: नूंह जिले की प्रमुख नदी कौन सी है?
उत्तर: गुग्गोला - प्रश्न: नूंह जिले का क्षेत्रफल कितना है?
उत्तर: 1,040 वर्ग किमी