हरियाणा की भाषा और संस्कृति
“हरियाणा की विविधता में समाहित है इसकी समृद्ध भाषा और सांस्कृतिक धरोहर”
🗣️ प्रमुख भाषाएं
- हरियाणवी: राज्य की मुख्य बोली, जो ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक रूप से बोली जाती है।
- हिंदी: आधिकारिक भाषा और शहरी क्षेत्रों में अधिक प्रचलित।
- पंजाबी: विशेषकर अंबाला, कुरुक्षेत्र और सिरसा जैसे जिलों में बोली जाती है।
- उर्दू: ऐतिहासिक और साहित्यिक महत्व की भाषा।
🎨 सांस्कृतिक पहचान
हरियाणा की संस्कृति लोक संगीत, नृत्य, त्योहारों, पोशाकों और पारंपरिक रीति-रिवाजों से जुड़ी हुई है। यहाँ के लोग सीधे, मेहनती और धर्मप्रिय माने जाते हैं।
👗 पारंपरिक परिधान
- पुरुष: धोती-कुर्ता, अंगोछा और पगड़ी
- महिलाएं: घाघरा-चोली, ओढ़नी, और भारी चांदी के गहने
🥁 सांस्कृतिक उत्सव
- तेej
- होली
- बैसाखी
- लोहरी
- सुरजकुंड मेला (फरीदाबाद)
📚 साहित्यिक योगदान
- हरियाणवी लोक साहित्य में कव्वालियां, रागनियां, किस्से-लोककथाएं प्रसिद्ध हैं।
- प्रसिद्ध साहित्यकार: उदयभानु हंस, राव बहादुर लाला लाजपत राय
📌 परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्न
- प्रश्न: हरियाणा की मुख्य बोली कौन सी है?
उत्तर: हरियाणवी - प्रश्न: सुरजकुंड मेला कहाँ आयोजित होता है?
उत्तर: फरीदाबाद - प्रश्न: हरियाणा की प्रमुख महिला पोशाक क्या है?
उत्तर: घाघरा-चोली और ओढ़नी