झज्जर जिला – हरियाणा
“झज्जर – ऐतिहासिक धरोहर और कृषि आधारित जिला”
📌 स्थापना व पुराना नाम
झज्जर जिले की स्थापना 12वीं शताब्दी में हुई थी और इसका नाम 'झज्जर' राजा झज्जर के नाम पर रखा गया था। यह जिला अपनी ऐतिहासिक धरोहर और कृषि कार्यों के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा, यह क्षेत्र भी राज्य के अन्य क्षेत्रों के मुकाबले अधिक शांति और प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ है।
📍 भौगोलिक स्थिति
झज्जर जिला, हरियाणा के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है। यह दिल्ली के दक्षिणी-पूर्वी दिशा में स्थित है और इसके आस-पास के जिले महेन्द्रगढ़, रोहतक, और बहल के साथ सीमाएं साझा करते हैं। झज्जर दिल्ली से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
📐 क्षेत्रफल व जनसंख्या
- क्षेत्रफल: 1,754.5 वर्ग किमी
- जनसंख्या (2011): 9.1 लाख
- साक्षरता दर: 82.4%
- लिंग अनुपात: 879 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष
🗺️ प्रशासनिक विभाजन
- मंडल: झज्जर मंडल
- तहसीलें: झज्जर, बवानी खेड़ा, बहल, हरसौली
- विधानसभा क्षेत्र: झज्जर, बहल, बवानी खेड़ा
- लोकसभा क्षेत्र: भिवानी-महेंद्रगढ़
🕌 प्रमुख मंदिर
- मलिकपुर श्री कृष्ण मंदिर
- शिव मंदिर, झज्जर
- राम मंदिर, बवानी खेड़ा
🏭 प्रमुख उद्योग
झज्जर जिला कृषि आधारित उद्योगों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के प्रमुख उद्योगों में कृषि उत्पाद, बुनाई उद्योग, और डेयरी उत्पाद शामिल हैं। इसके अलावा, यह क्षेत्र अपने खादी और हथकरघा उत्पादों के लिए भी जाना जाता है।
🎓 प्रमुख शैक्षणिक संस्थान
- अल्टो यूनिवर्सिटी, झज्जर
- गवर्नमेंट कॉलेज, झज्जर
- कृषि कॉलेज, झज्जर
👨🚀 प्रसिद्ध व्यक्तित्व
- राजेंद्र यादव – प्रसिद्ध लेखक और साहित्यकार
- सूरजपाल अम्मू – भारतीय राजनीतिज्ञ
- प्रोफेसर ओम प्रकाश यादव – शिक्षा क्षेत्र में योगदान देने वाले