हरियाणा का भूगोल
“हरियाणा – कृषि, जल, और भौगोलिक विविधता से भरपूर राज्य”
📍 भौगोलिक स्थिति
हरियाणा भारत के उत्तर-पश्चिम में स्थित है। यह उत्तर में हिमाचल प्रदेश, पश्चिम में पंजाब और राजस्थान, पूर्व में उत्तर प्रदेश और दक्षिण में दिल्ली से घिरा है। इसकी भौगोलिक स्थिति इसे एक महत्वपूर्ण कृषि, व्यापार और परिवहन केंद्र बनाती है।
🌍 क्षेत्रफल और सीमाएँ
- क्षेत्रफल: 44,212 वर्ग किमी
- देश के कुल क्षेत्रफल का लगभग 1.34%
- राज्य की सीमा: लगभग 1,624 किमी
- दिल्ली की सीमा से सबसे अधिक जुड़ाव (13 जिलों में से 7 दिल्ली से लगते हैं)
🗺️ भौगोलिक भाग
- शिवालिक पर्वत श्रेणी: उत्तर-पूर्वी जिलों में स्थित (पंचकूला, यमुनानगर)
- बांगर क्षेत्र: उच्च ऊँचाई वाला सूखा क्षेत्र (रोहतक, भिवानी, हिसार)
- खादर क्षेत्र: यमुना नदी के किनारे स्थित उपजाऊ मैदान
- अरावली पर्वतमाला: दक्षिणी हरियाणा (रेवाड़ी, नूंह, महेन्द्रगढ़)
🚜 प्रमुख नदियाँ
- यमुना (मुख्य नदी)
- घग्गर
- मार्कंडा
- सरस्वती (पौराणिक नदी)
☀️ जलवायु
हरियाणा की जलवायु उष्णकटिबंधीय समशीतोष्ण है। गर्मी में तापमान 45°C तक और सर्दी में 2°C तक गिर जाता है। वर्षा मुख्यतः मानसून के दौरान होती है (जुलाई से सितंबर)।
🌾 मिट्टी और कृषि
- मिट्टी के प्रकार: दोमट, बलुई, जलोढ़ मिट्टी
- मुख्य फसलें: गेहूं, चावल, बाजरा, कपास, गन्ना
- हरियाणा को 'भारत का अन्न भंडार' कहा जाता है।
🧭 प्राकृतिक संसाधन
- चूना पत्थर, बालू, पत्थर
- जल संसाधन: यमुना, नहर प्रणाली (वर्तमान में SYL नहर विवाद)
🎯 परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्न
- प्रश्न: हरियाणा की मुख्य नदी कौन सी है?
उत्तर: यमुना नदी - प्रश्न: हरियाणा में कितने भौगोलिक क्षेत्र हैं?
उत्तर: चार (शिवालिक, बांगर, खादर, अरावली) - प्रश्न: हरियाणा का क्षेत्रफल कितना है?
उत्तर: 44,212 वर्ग किमी