हरियाणा के लोक नृत्य
“हरियाणा की संस्कृति के रंगों में रचे-बसे पारंपरिक नृत्य”
🎭 लोक नृत्य का महत्व
हरियाणा के लोक नृत्य राज्य की सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक हैं। ये नृत्य त्योहारों, विवाह, फसल उत्सव और धार्मिक अवसरों पर किए जाते हैं। हर नृत्य में जीवन की झलक, परंपरा और समाज की छवि मिलती है।
🌸 प्रमुख लोक नृत्य
- घूमर नृत्य: यह प्रमुख रूप से महिलाओं द्वारा किया जाता है, जिसमें गोल घेरे बनाकर धीमी गति से घूमते हैं।
- फाग नृत्य: होली के अवसर पर किया जाने वाला नृत्य, जिसमें पुरुष और महिलाएं मिलकर नृत्य करते हैं।
- धमाल नृत्य: वीर रस से भरपूर यह नृत्य पुरुषों द्वारा ढोल की ताल पर किया जाता है। यह युद्ध के बाद की खुशी का प्रतीक होता है।
- लूर नृत्य: यह हरियाणा की लड़कियों का पारंपरिक नृत्य है जो फसल की कटाई के समय किया जाता है।
- झुमर नृत्य: यह नृत्य हरियाणा के पश्चिमी भाग में प्रचलित है और मुख्यतः खुशियों के अवसरों पर किया जाता है।
🥁 वाद्य यंत्र
- ढोलक
- बीन
- चिमटा
- खड़ताल
📅 प्रदर्शन स्थल
- सुरजकुंड मेला, फरीदाबाद
- पिंजौर हेरिटेज फेस्टिवल
- राज्य स्तरीय सांस्कृतिक उत्सव
📚 परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्न
- प्रश्न: हरियाणा का वीर रस से भरपूर नृत्य कौन सा है?
उत्तर: धमाल नृत्य - प्रश्न: घूमर नृत्य किसके द्वारा किया जाता है?
उत्तर: महिलाओं द्वारा - प्रश्न: फाग नृत्य किस अवसर पर किया जाता है?
उत्तर: होली पर